Facts About success stories of famous personalities Revealed
Facts About success stories of famous personalities Revealed
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हंस और हंसिनी को भटकते-भटकते रात हो गयी, तो हंस ने हंसिनी से कहा देखो रात भी गई इसलिए हम किसी भी तरह यहाँ आज की रात बिता लेते हैं, फिर सुबह होते ही यहाँ से चले जायेंगे।
" मंत्री मुस्कराए और बोले - "राजन् ! यदि आपने मुझे भिन्न राह पर न भेजा होता और मैं आपके साथ होता तो अंग भंग के कारण नरभक्षी आपकी बलि न देते, पर मेरी बलि चढ़नी सुनिश्चित थी। इसलिए भगवान जो करते हैं, अच्छा ही करते हैं।" साभार
सम्राट ने किसान और उसके पड़ोसी को बुलाया और पूछा कि आदमी किसान को कुएं से पानी क्यों नहीं लेने दे रहा है। चालाक आदमी ने फिर से वही बात कही, “मैंने पानी नहीं, बल्कि कुआँ बेचा। इसलिए वह मेरा पानी नहीं ले सकता।
इस प्रसंग से सीख – गाँधी जी का यह प्रसंग हमें बताता है कि हमें परीक्षा में कभी भी नक़ल नहीं करनी चाहिए बल्कि हमें जितना भी उस विषय के बारे में जानकारी पता है उसका उत्तर लिखना चाहिए.
“After i received laid off at 53 from a senior administration situation with a having difficulties restaurant chain, I understood it absolutely was gonna be difficult to find A further career in the corporate world. I also knew it had been now or never ever to pursue my lifelong aspiration of possessing my own cafe. What was most complicated was that, to be able to make this come about, I had been likely to need to find an current café which was website underperforming and whose proprietor was extremely motivated to have outside of his lease. I got incredibly Fortunate and located just what I wished 8 blocks from your home.
.?" शास्त्री जी की यह सादगी और दिखावे से परे का व्यक्तित्व हर व्यक्ति के लिए बहुत प्रेरक प्रसंग माना जाएगा।
सुदामा ने महसूस किया कि कृष्ण जैसे सच्चे दोस्त के लिए वह कितने भाग्यशाली थे। उन्होंने यह भी नहीं पूछा, लेकिन कृष्ण जानते थे कि सुदामा क्या चाहते हैं और उन्होंने उसे दिया।
व्यक्ति गुस्से से झल्लाया, बोला – दिखाई नहीं देता क्या, मेरे कपडे नए है। अब तुम्हारें चक्कर में इसे खीचड़ से ख़राब करूँ क्या। इतना बेवकूफ समझा है मुझे, मुझे बड़ा काम करना है, बड़ा आदमी बनना है, इतना कहते हुए व्यक्ति अपनी राह चला।
ठीक उसी तरह सफल होने के लिए मोह का त्याग करना आवश्यक होता है चाहे वह मोह आपके घर परिवार दोस्त यार आदि का हो चाहे आपके कम्फर्ट जोन का – आखिर में : रोज एक कदम सफलता की ओर।
जीवन में लक्ष्य का होना ज़रूरी क्यों है ?
तब उल्लू ने हंस को आवाज लगाई – हे मित्र हंस, रुको कहां जा रहे हो।
इसलिए छूआछूत का विरोध करे और इसे अपने जीवन से जड़ से उखाड़ फेंके.
लेकिन पिता ने ऐसा कुछ भी नहीं किया. वह बैठ गये और उनके आँखों से आंसू आ गये.
एक गुलाम, अपने मालिक द्वारा प्रताड़ित, जंगल में भाग जाता है। वहाँ वह अपने पंजे में कांटे की वजह से दर्द में एक शेर के सामने आता है। दास बहादुरी से आगे बढ़ता है और धीरे से कांटा निकालता है। उसे बिना चोट पहुंचाए शेर चला जाता है।